Swami Dayanand Saraswati Quotes.
Swami Dayanand Saraswati's quotes are popular as they share valuable insights on various aspects of life and emphasize the importance of virtues such as honesty, justice, and compassion. His teachings encourage people to seek knowledge and follow the path of truth while rejecting dogma and superstition.
People can learn from his thoughts that the highest form of service is helping someone who is incapable of thanking you in return.
Additionally, his emphasis on the importance of education and social reform, as exemplified by the initiatives of Arya Samaj to provide affordable healthcare and education to the underprivileged. His only motive in life was to work towards creating a healthier and happier society for the present population and future generations.
Let's check out some of Swami Dayanand Saraswati famous quotes:
ईश्वर का न रूप है न रंग। वह निराकार और अपार है। संसार में जो कुछ भी दिखाई देता है वह उनकी महानता का वर्णन करता है।
Swami Dayanand Saraswati.
अज्ञानी होना गलत नहीं है, अज्ञानी बने रहना एक भूल है।
Swami Dayanand Saraswati.
आत्मा अपने स्वरूप में एक है, लेकिन उसके अस्तित्व अनेक हैं।
Swami Dayanand Saraswati.
लोभ कभी समाप्त न होने वाला रोग है।
Swami Dayanand Saraswati.
मानव जीवन में लोगों के दुखों का मूल कारण ‘तृष्णा’ और ‘लालसा’ होती है।
Swami Dayanand Saraswati.
पूरी तरह से अंधविश्वासी होने के बजाय वर्तमान जीवन में कर्म अधिक महत्वपूर्ण हैं।
Swami Dayanand Saraswati.
मनुष्य की विद्या उसका अस्त्र, धर्म उसका रथ, सत्य उसका सारथी और भक्ति रथ के घोङे होते हैं।
Swami Dayanand Saraswati.
हमें पता होना चाहिए कि भाग्य भी कमाया जाता है थोपा नहीं जा सकता। और ऐसी कोई कृपा नहीं है जो कमाई ना जा सके।
Swami Dayanand Saraswati.
नुकसान से निपटने में सबसे जरूरी चीज है, उससे मिलने वाली सीख को कभी ना भूलना। यही चीज आपको सही मायने में विजेता बनाएगी।
Swami Dayanand Saraswati.
आप दूसरों को बदलना चाहते हैं ताकि आप आजाद हो सकें। लेकिन यह कभी उस तरह से काम नहीं करता है। दूसरों को स्वीकार करें और आप स्वतंत्र हैं।
Swami Dayanand Saraswati.
कोई मूल्य तब मूल्यवान है जब मूल्य का मूल्य स्वयम के लिए मूल्यवान हो.
Swami Dayanand Saraswati.
किसी भी रूप में प्रार्थना प्रभावी है क्योंकि यह एक क्रिया है. इसलिए, इसका परिणाम होगा. यह इस ब्रह्मांड का नियम है जिसमें हम खुद को पाते हैं.
Swami Dayanand Saraswati.